आप कैसे शामिल हो सकते हैं

संपर्क करें  सम्मिलित होने हेतु

विश्व रिकार्ड की पुस्तक

मां भारती रक्तवाहिनी ने राज्य के बाहर रक्तदान करने का रिकॉर्ड बनाया है। यह प्रमाणपत्र गर्व से माँ भारती रक्तवाहिनी को प्रदान किया जाता है। माँ भारती रक्तवाहिनी, सोनीपत, हरियाणा का एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसे रक्त इकाइयों की व्यवस्था और दान करने में उनके प्रयासों के लिए सराहना मिल रही है। रक्तदाताओं को संगठित करने और 30 मई, 2021 को दिल्ली में आर्मी ब्लड बैंक को 97 यूनिट रक्त उपलब्ध कराने में उनका काम सराहनीय है। माँ भारती रक्तवाहिनी जैसे संगठन जरूरतमंद लोगों के लिए रक्त की पर्याप्त और समय पर आपूर्ति सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जीवन बचाने और स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का समर्थन करने में उनका योगदान महत्वपूर्ण है। यह जानकर खुशी हो रही है कि वे 18 जुलाई, 2023 तक भी सकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं। इस तरह की पहल स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व और समुदाय की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने में व्यक्तियों और संगठनों के निस्वार्थ समर्पण को उजागर करती है। उनके प्रयास निस्संदेह महत्वपूर्ण बदलाव लाते हैं और दूसरों को भी इसी तरह के नेक कार्यों में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं।

हमारी गतिविधि

माँ भारती रक्तवाहिनी में हम अपने सामाजिक कार्यों, चिकित्सा जांचों, रक्तदान अभियानों और खेल आयोजनों के माध्यम से दुनिया में बदलाव लाने का प्रयास करते हैं। साथ मिलकर, हम जरूरतमंद लोगों के लिए आशा, स्वास्थ्य और खुशी ला सकते हैं। आज ही शामिल हों और सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने के हमारे मिशन का हिस्सा बनें।

भारतीय सेना के लिए रक्तदान शिविरों पर चर्चा

“राष्ट्र सर्वोपरि”

माँ भारती रक्तवाहिनी की जब स्थापना हुई थी तब सभी सदस्यों ने निर्णय लिया कि हम देश के जवानों के लिए भी रक्तदान शिविरों का आयोजन प्राथमिकता के आधार पर करवाऐंगे, जिसके कारण हम अपने वीर जवानों के परिवार जनों की भी मदद कर पाएँगे। इससे पहले हमें प्रेरणा मिली थी 3 दिसंबर 2017 गांव रायपुर में लगने वाले सेना के रक्तदान शिविर से। हम संस्था का गठन करने से पहले 2015 से ही रक्तदान शिविरों का आयोजन करवाते आ रहे है। इस रक्तदान शिविर में 247 यूनिट रक्तदान हुआ जोकि हमारे लिए रक्तदान की एक बड़ी संख्या थी। अब तक सोनीपत जिले में इससे पहले सेना के लिए रक्तदान शिविर नहीं लगा था। जब संस्था बनी उसके बाद दोबारा 2018 में राठधना में सेना के लिए दूसरा रक्तदान शिविर लगाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और यह कारवां अब तक चल रहा है और निरंतर प्रगति पर है। जिसके फलस्वरूप 35 रक्तदान शिविर हम मार्च 2024 तक लगा कर 6283 यूनिट सेना के लिए भेजने में कामयाब रहे हैं।

(3-12-2017 to 07-01-2024) भारतीय सेना के लिए लगाये गये रक्तदान शिविरों की सूची

1.) 03 Dec 2017 Raipur (Sonipat) 247 Unit.

2.) 18 Nov 2018 Rathdhana (Sonipat) 250 Unit

3.) 16 Dec 2018 Purkhas, (Sonipat) 168 Unit

4.) 04 Feb 2019 (Rohtak) 125 Unit

5.) 03 Nov 2019 Murthal (Sonipat)171 Unit

6.) 21 Nov 2019 Court (Sonipat) 140 Unit

7.) 23 Fab 2020 Rathdhana (Sonipat) 153 Unit 8.)

18 Oct 2020 Jakhauli (Sonipat) 195 Unit

9.) 19 Nov 2020 District Court Complex (Sonipat) 175 Unit

10.) 13 Dec 2020 Nangal Kalan (Sonipat) 103 Unit

11.) 16 Jan 2021 Sohna (Gurugram) 250 Unit

12) 28 Fab 2021 Sandal Kalan (Sonipat)168 Unit

13) 10 March 2021 Pipli (Sonipat) 200 Unit

14) 23 March 2021 Puth Khurd (Dehli) 138 Unit

15) 30 May 2021 (97 Units India Book Of Records) Sonipat

16) 23 Jul 2021 Sampla (Rohtak) 128 Unit.

17) 05 Sep2021 Ganaur (Sonipat) 161 Unit

18) 31 oct 2021 Tihar Khurd (Sonipat) 159 Unit

19) 21 Nov 2021 Rai (Sonipat) 172 Unit

20) 09 Jan 2022 Jakhauli (Sonipat) 194 Unit

21) 13 Fab 2022 Barwasni (Sonipat) 203 Unit

22) 15 May 2022 Badhmalik (Sonipat) 228 Unit

23) 12 Jun 2022 White Lily (Sonipat) 178 Unit

24) 24 July 2022 Garhi Sampla (Rohtak) 143 Unit

25) 07 Aug 2022 Vill Rai (Sonipat) 162 Unit

26) 20-11-2022 Vill Tihar Khurd 163 Unit

27) 04-12-2022 Vill Sandal Kalan 139 Unit

28) 18-12-2022 Vill Badhmalik 301 Unit

29) 19-02-2023 Vill Rathdhana 188 Unit

30-04-2023 Vill Biswamil 194 Unit 30)

31) 19-05-2023 Vill Kanwali 178 Unit

32) 09-07-2023 Jain Vidya Mandir Sonipat 216 Unit

33) 08-10-2023 Bahalgarh 186 Unit

34) 03-12-2023 Sanpera 206 Unit

35) 07-01-2024 Jakhauli 204 Unit

 

 

कोरोना महामारी में 1168 यूनिट रक्तदान

 

कोरोना काल के समय जब सब लोग घरों में बन्द थे उस वक्त रक्तदाताओं के लिए पास रक्तकोषों में खून की कमी होने लगी। संस्था के पास खून की जरूरत के संदेश आने लगे। हमने रक्तदाताओं के पास संदेश भेजे तो वह भी रक्तदान के लिए सक्रिय दिखे लेकिन लॉकडाऊन के चलते हर जगह पुलिस थी. जिस कारण रक्तदाताओं को बीच में ही रोक लिया जाता और कई बार तो पुलिस के डंडे भी पड़े। अब जीवन भी बचाना जरूरी था और मार से भी बचना था। संस्था के सचिव प्रेम गौतम ने फिर स्वास्थ विभाग व रेडक्रॉस से निवेदन किया कि जीवन बचाने के लिए रक्तदान करना जरूरी है, उसके लिए रक्तदाताओं को घर से बाहर निकलना ही पड़ेगा। जिसके लिए जिला रेडक्रॉस संस्था को पास जारी करे ताकि संस्था पास बना कर रक्तदाताओं को रक्तदान करने बल्ड सेंटरों में भेज सके। जिसके अगले ही दिन जिला रेडक्रॉस सचिव ने संस्था का पास जारी किया और रक्तदाता बगैर रोक टोक के रक्तदान करने लगे, जिसके फलस्वरूप संस्था ने 1168 यूनिट रक्तदान 3 महीने के कोरोना काल में करवाया।

फिर आर्मी के लिए संस्था के एक के बाद एक, तीन रक्तदान शिविर लगने थे जोकि कोरोना नियमों के चलते स्वास्थ्य विभाग सोनीपत ने रद्द कर दिये। अब खून की कमी AFTC दिल्ली बैंक में भी हो चुकी थी। AFTC आर्मी ब्लड बैंक ने संस्था से निवेदन किया कि आप हमारे पास एक गाड़ी में 4 से 5 रक्तदाता रोजाना भेज दो, लेकिन यह संभव नहीं था। फिर संस्था ने एक नारा दिया कि “30 मई 30 गाड़ियाँ”। सोनीपत के सभी रक्तदाताओं से सोशल मीडिया के माध्यम से अपील कि कि सेना के रक्तकोष में खून की कमी है कृप्या 30 मई को अपनी गाड़ी में चार से पांच रक्तदाताओं को बैठा कर बहालगढ़ फ्लाई ओवर के पास मिलें जहां से सभी रक्तदान करने के लिए दिल्ली AFTC के लिए निकलेंगे।

सोनीपत के रक्तदाताओं में सेना के लिए ऐसा जोश दिखा कि 30 मई को सुबह 8 बजे 30 गाड़ियों में 120 रक्तदाताओं
को लेकर बहालगढ़ पहुँचे जोकि 10 बजे AFTC दिल्ली बैंक जाकर 97 रक्तदाताओं ने सेना के लिए रक्तदान किया जिसके लिए रक्तकोष अधिकारी सहित उच्च अधिकारियों ने कैम्प के समापन पर प्रशस्ति पत्र देकर संस्था माँ भारती रक्तवाहिनी को सम्मानित किया। बाद में इस कार्य की जानकारी (इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड) को दी तो यह अपने आप में पूरे भारत में पहली बार हुआ था। जब एक राज्य से दूसरे राज्य में इतनी संख्या में रक्तदाताओं ने जाकर रक्तदान किया हो।

कोरोना काल मे प्रवासी मजदूरों के लिए की सेल्टर होम में सेवा

कोरोना काल के दौरान ही प्रवासी मजदूरों के लिए बीसवाँ मील स्थित शैल्टर होम को भी संस्था ने पूरे तरीके से अपने संज्ञान में लिया और प्रतिदिन 315. प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाया। इस सेवा में संस्था के 8 से 10 सदस्य लगे हुए थे। यही नहीं संस्था के सदस्यों ने

मनोरंजन के लिए शेल्टर होम में LED टीबी भी लगाए। चिकित्सकों ने प्रवासी मजदूरों का समय समय पर चैक-अप भी किया। शेल्टर होम पर अन्य स्थानीय निवासी भी मदद के लिए आते रहे।

कोरोना काल के दौरान जो अनावश्यक आवागवन रुक नहीं रहा था तो संस्था के 8 से 10 सदस्यों ने सोनीपत यातायात पुलिस के साथ मिलकर व्यवस्था को नियंत्रित करने में सहयोग दिया। इस दौरान विपिन कुमार, राजेश सोलंकी, इस्लाम, नरेश भारद्वाज, मन्नी जांगड़ा, तरुण कौशिक, देवेंद्र गौतम ने पहले 15 से 20 दिनों तक लगातार वाहनों की जांच में पुलिस का सहयोग किया तथा अनावश्यक आवागमन करने वाले लोगों को कोरोना के बारे में जानकारी देते हुए बीमारी की गंभीरता को समझाया। इस दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा भी आपसी सौहार्द और मानवता का व्यवहार सभी सदस्यों एवं जनता के साथ रहा।

सत्यनारायण, इस्लाम, राकेश सहरावत, राजेश सोलंकी, सुमेर सरोहा, राहुल, चरित्र कुमार, धर्मवीर सिंह, जतिन त्यागी, दिनेश पालीवाल, पुनीत राई, कांस्टेबल सुमेर हमेशा तत्पर रहते थे।

आपातकाल में जरूरतमंद मरीजों के लिए ब्लडबैंक जाकर मदद करना

इन सभी रक्तदान सेवाओं में सबसे बड़ा सहयोग आपातकाल में रक्तदान करने वाले हमारे रक्तदाताओं का है जो निस्वार्थ भाव से दिन हो या रात हर समय किसी भी जरूरतमंद मरीज के लिए रक्तदान करने सोनीपत हो या

दिल्ली कही भी चले जाते है। चाहे उनका काम छूटे या घर, ये रक्तदान करने से कभी पीछे नहीं हटते।

कई हजार रक्तदाता ऐसे है जिन्हें हम विशेष रक्तदाता की संज्ञा देते है। हम सब का नाम तो नहीं लिख सकते लेकिन हर वर्ष ऐसे रक्तदाता व गांवो में रक्तदान शिविर में सहयोग करने वाली हमारी सभी टीमों को संस्था के स्थापना दिवस पर सम्मानित किया जाता है।

ये सभी रक्तदाता हमारे सोशल मीडिया, व्हट्सअप ग्रुप के माध्यम से लगातार हमारे सम्पर्क में रहते है जब भी इन ग्रुप पर खून की जरूरत का संदेश संस्था के पदाधिकारियों द्वारा भेजा जाता है तो सक्रिय रक्तदाताओं का संदेश आता है कि मैं जा रहा हूँ इस से पहले संस्था के सचिव प्रेम गौतम द्वारा उस मरीज की पूरी जानकारी ले ली जाती है और परिवार से पूछा जाता है कि आपने खुद रक्तदान किया या नहीं। आपातस्थिति में परिवार की पहले मद्द की जाती है। उसके बाद अगर संभव हुआ तो रक्तदान करवाने का प्रयास किया जाता है।

21 जनवरी 2024 को संस्था को प्रेमानंद महाराज जी के दर्शन हुए

संस्था के 12 सदस्यों ने प्रेमानंद महाराज वृंदावन के दर्शन किये। संस्था का उनसे मिलने का उद्देश्य जनता में रक्तदान जागरूकता संदेश को जन जन तक पहुँचाना रहा। पूज्य प्रेमानंद महाराज जी का आज भारत ही नहीं, पूरी दुनिया उनकी कही बातों का अनुसरण करती है। उन्होंने संस्था व सभी सहयोगियों को अपना आशीर्वाद दिया और निरंतर इस सेवा में लगे रहने के लिए प्रेरित भी किया।

हमारे कार्यों को देखते हुए प्रेमानंद महाराज जी ने रक्तदान व तिरंगा सम्मान संकल्प के दोनों विषय पर वीडियो भी प्रसारित किया ताकि समाज में जागरूकता सन्देश पहुंचे।

 

सोनीपत से चंड़ीगढ़ साईकिल यात्रा

 

सोनीपत से चंडीगढ़ तक रक्तदान चेतना साइकिल यात्रा हरियाणा से चंडीगढ़ सचिव मुकेश अग्रवाल ने किया यात्रा का स्वागत

2 मार्च को संस्था ने रक्तदान चेतना साईकिल यात्रा निकाली जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करना रहा। इस यात्रा का शुभारंभ जिला सोनीपत रेडक्रॉस सचिव गौरव रामकरण, संस्था संरक्षक पूर्णमल गौड़ व अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने किया। यह यात्रा सोनीपत रेडक्रॉस कार्यालय से चलकर, पानीपत, करनाल, कुरूक्षेत्र, अंचाला रेडक्रॉस कार्यालय होते हुए हरियाणा स्टेट ब्रांच रेडक्रांस मुख्यालय पहुंची। जहाँ हरियाणा स्टेट ब्रांच चंडीगढ़ के सचिव श्री मुकेश अग्रवाल जी व उनकी पूरी टीम ने माँ भारती रक्तवाहिनी की 8 सदस्यीय टीम का भव्य स्वागत किया। इस यात्रा के लिए हरियाणा रेडक्रांस सचिव श्री मुकेश अग्रवाल जी ने सभी कौ सम्मानित किया और कहा कि 225 किमी. की सोनीपत से चड़ीगढ़ की दूरी साईकिल द्वारा तय करना कोई छोटी बात नहीं है। संस्था के सदस्यों ने रक्तदान जागरूकता के लिए जो यात्रा निकाली है यह समाज को अच्छा संदेश देगी। रेडक्रॉस सचिव ने रक्तदान की मुहीम को बढ़ावा देने के लिए संस्था का धन्यवाद किया।

 

ब्लड कंपोनेन्ट मशीनों के लिए धरना

20 सितंबर 2022 को नागरिक अस्पताल में माँ भारती रक्तवाहिनी ने जनता के हकों की आवाज उठाई (नागरिक अस्पताल में आज तक अत्याधुनिक ब्लड सेंटर नई बिल्डंग व ब्लड कंपोनेंट मशीनों के लिए नागरिक अस्पताल प्रांगण में माँ भारती रक्तवाहिनी ने सैकड़ों रक्तदाताओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर धरना दिया। और स्वास्थ्य विभाग से गरीब व जरूरतमंद जनता के लिए अत्याधुनिक ब्लड सेंटर की मांग की।

जरूरतमंद मरीज के लिए जब भी ब्लड, प्लेटलेट, PRBC आदि की जरूरत पड़ती है तो वे 40 किलोमीटर दूर खानपुर PGI जाते हैं। या फिर मोटी पीस भर कर शहर के निजी ब्लड सेंटरों से लेकर आते हैं। इस विषय को लेकर संस्था ने हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जिसमें जिले के 3500 लोगों ने अपने हस्ताक्षर किये।

इस हस्ताक्षर अभियान को लेकर संस्था के पदाधिकारी 25 नवंबर 2021 को हरियाणा के स्वास्थय मंत्री जी से भी मिले जिसके बाद मंत्री जी ने आश्वासन दिया कि जल्द इस कार्य को करवाया जाऐगा।

केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए जुटाए 53100 रूपये DC को सौंपा चैक

माँ भारती रक्तवाहिनी ने 2018 में केरल में बाढ़ पीड़ितों के लिए शहर की मुख्य सड़कों व दुकानों पर जाकर बाढ़ पीड़ितों के लिए चंदा एकत्रित किया-इस सेवा कार्य में संस्था से रविन्द्र शर्मा, प्रेम गौतम, सचिन जांगड़ा, विपिन कुमार, दक्ष, अशोक सहित अन्य कई संस्थाओं से जैसे नरेन्द्र हुड्डा, मनीश राई, प्रवीण शर्मा आदि ने रेहडी, रिक्शा, दुकानदार स्टोर पैदल यात्रियों से 5-5 का 10-10 रुपये एकत्रित कर उपायुक्त विनय सिंह को 53 हजार 100 रुपये का चैक सौंपा। उपायुक्त विनय सिंह ने माँ भारती रक्तवाहिनी , जनहित अभियान फाउंडेशन, सेवा फाउंडेशन, तीर्थ राणा, टीम बजरंग दल आदि की सराहना करते हुए कहा कि केरल इन दिनों भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है जिस वजह से हमारे शहर की संस्थाओं ने 53100 रूपए का चैक राहत कोष में जमा करवाया है जिसे पीड़ितों की सेवा में लगाया विभिन्न संस्थाओं ने अभियान चलाकर इकठ्ठा की राशि उपायुक्त विनय सिंह को सौपी
उन्होंने बताया कि इन संस्थाओं ने 22, 23 व 24 अगस्त तीन दिन तक शहर में घूम कर यह दान लिया है। उपायुक्त ने इस सेवा के लिए सभी संस्थाओं का धन्यवाद किया।

रक्तदान

माँ भारती रक्तवाहिनी में, हमने जीवन बचाने और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए अपने कार्य क्षेत्र में एक रक्त शिविर का आयोजन किया। जरूरतमंद लोगों को जीवनरक्षक रक्तदान प्रदान करने के हमारे मिशन में हमसे जुड़ें।

निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाना

माँ भारती रक्तवाहिनी में हम अपने समाज के सबसे जरूरतमंद लोगों की मदद करते हैं। हमने हाल ही में उन गरीब और बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए एक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जो अस्पताल में देखभाल का खर्च वहन नहीं कर सकते। आपका समर्थन और भागीदारी उनके जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। आइए मिलकर बदलाव लाएं और जरूरतमंद लोगों तक बेहद जरूरी स्वास्थ्य सेवा पहुंचाएं।

खेलकूद प्रतियोगिता

माँ भारती रक्तवाहिनी में हम न केवल रक्तदान के माध्यम से लोगों की जान बचाते हैं बल्कि क्रिकेट जैसे खेलों के माध्यम से अपने युवाओं को सशक्त भी बनाते हैं। हम टीम वर्क, खेल भावना और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देने के लिए क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित करके अगली पीढ़ी का पोषण करने में विश्वास करते हैं। समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव डालने के हमारे मिशन का हिस्सा बनें, एक समय में एक रक्तदान और क्रिकेट खेल। हम सब मिलकर सभी के लिए एक उज्ज्वल भविष्य बना सकते हैं।

पता एवं संपर्क सूत्र

Village Raipur , Near Sector - 7 Sonipat Haryana - 131001 (India)

Call Us: 8818001481, 8818001482, 8818001483

raktvahinisonipat@gmail.com